
झामुमो महाधिवेशन 2025: कार्यकारी अध्यक्ष पद खत्म, हेमंत सोरेन के हाथों में संगठन की कमान
Jharkhand Mukti Morcha (JMM) ने अपने 13वें दो दिवसीय महाधिवेशन में पार्टी संगठन और संविधान में ऐतिहासिक बदलाव किए हैं। झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी ने कार्यकारी अध्यक्ष पद को समाप्त कर दिया है और अब हेमंत सोरेन को पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की पूरी संभावना है। उनकी ताजपोशी मंगलवार को संभावित है।
संविधान में संशोधन, नेतृत्व में बदलाव
महाधिवेशन की शुरुआत पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन ने की। खराब स्वास्थ्य के बावजूद उनकी उपस्थिति ने कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया। इस दौरान वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी ने 16 राजनीतिक प्रस्ताव पढ़े, जिनमें निम्नलिखित प्रमुख मुद्दे शामिल थे:
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वक्फ संशोधन बिल का विरोध
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जातिगत जनगणना की मांग
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1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति का समर्थन
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27% ओबीसी आरक्षण की वकालत
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परिसीमन प्रक्रिया का विरोध
हेमंत सोरेन का भावनात्मक संबोधन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने भाषण में झामुमो की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को याद करते हुए कहा:
“यह पार्टी कोई राजनीतिक मंच नहीं, बल्कि एक जनांदोलन से उपजी शक्ति है। हमारा लक्ष्य सत्ता नहीं, झारखंड और झारखंडियों की सुरक्षा है।”
उन्होंने दावा किया कि सरकार ने 6 माह में 30 योजनाओं को ज़मीन पर उतारा है। उन्होंने जेपीएससी परीक्षा में स्थानीय छात्रों की सफलता को झारखंडी अस्मिता की जीत बताया।
नेताओं की उपस्थिति
महाधिवेशन में पार्टी की उपाध्यक्ष रूपी सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन, बसंत सोरेन, और मंत्री हफीजुल हसन समेत तमाम प्रमुख नेता उपस्थित रहे।